आज के इस पोस्ट में हमलोग कक्षा 8वीं इतिहास का पाठ ‘शिल्प एवं उद्योग’ का नोट्स को देखने वाले है। shilp udyog class 8th history
शिल्प एवं उद्योग |
👉 भारत एक कृषि प्रधान देश है। साथ ही साथ भारत शिल्प एवं उद्योग के मामले में भी आगे है। भारत में अंग्रेज के आने से पहले तक भारत कपड़ा के मामले में बहुत अच्छा था। लेकिन अंग्रेज ने कपड़े के निर्यात पर रोक लगा दिया।
💠 मुगल के समय में भारत के बने कपड़े एशिया और यूरोप के बाजार में बेचा जाता था। ढाका का मलमल कपड़ा, बंगाल एवं लखनऊ का छींट कपड़ा, अहमदाबाद का धोती और दुपट्टा आदि विदेश के बाजार में बेचा जाता था।
👉 पुर्तगालियों का व्यापार सर्वप्रथम कालीकट से शुरू हुआ, इसीलिए उन्होंने यहां के सूती कपड़ों को ‘कैलिको‘ नाम दिया।
प्रश्न 1. कैलिको अधिनियम किसे कहते है?
उत्तर– इंग्लैंड अपना उद्योग बढ़ाने के लिए सन् 1720 ई० में कैलिको अधिनियम बनाया। इसके अनुसार इंगलैंड में भारत के बने छापेदार सूती कपड़े और छींट के इस्तेमाल पर पाबंदी लगा दी गयी और भारत के कपड़े को इंगलैंड में बेचने पर रोक लगा दिया गया।
Read Also:- Bihar Board Class 8th History shilp udyog
👉 भारतीय उत्पाद की बढ़ती हुई मांगों को देखकर सन् 1813 ई० में इंग्लैंड की सरकार द्वारा ‘मुक्त व्यापार की नीति’ अपनायी गयी।
प्रश्न 2. मुक्त व्यापार की नीति किसे कहते है?
उत्तर– इस नीति के द्वारा भारतीय व्यापार पर कंपनी का एकाधिकार समाप्त हो गया। अब इंगलैंड का कोई भी व्यक्ति भारत के साथ स्वत्रंत रूप से व्यापार कर सकता था।
👉 अंग्रेजी सरकार का यह उद्देश्य था कि ऐसे कानूनों को बनाया जाए, जिनके सहारे भारत से कच्चे माल का आसानी से निर्यात किया जा सके और तैयार माल को भारत में बेचा जा सके।
💠 मुक्त व्यापार की नीति एक तरफा नीति थी। भारत से जो सामान इंग्लैंड जाता था, उस पर कर लगता था, लेकिन जो सामान इंग्लैंड से भारत आता था। उस पर कर नहीं लगता था, जिसके वजह से इंग्लैंड का सामान सस्ता होते थे।
👉 जब भारत में उद्योग खत्म होने लगा तब अंग्रेज भारत के लोगो से कपास, नील, अफीम, जूट आदि की खेती करने को कहा। और इंग्लैंड में भारत से ही अनाज जाता था।
Read Also:- shilp udyog class 8th history solutions
💠 अंग्रेज का एकमात्र उद्देश्य यह था कि किसी भी तरह भारत का उद्योग समाप्त करके अपना उद्योग को बढ़ाना।
प्रश्न 3. निःऔद्योगिकिरण किसे कहते है?
उत्तर– जब देश के लोग शिल्प एवं उद्योग को छोड़कर खेती को अपनी जीविका का आधार बना लेते है, उसे निःऔद्योगिकिरण कहते है।
👉 भारत में उद्योग के समाप्त होने के बाद भी कुछ व्यक्तियों ने भारत के उद्योग को बढ़ाने का कार्य किया।
💠 सन् 1854 में बंबई में पहला सूती वस्त्र का कारखाना कावस जी नानाजी दाभार नामक एक पारसी व्यापारी ने स्थापित किया। सन् 1880 ई० तक पूरे भारत में 56 सूती कपड़ा मिलें स्थापित हो चुकी थीं।
👉 सन् 1855 ई० में बंगाल के रिशरा में पहली जूट मिल स्थापित की गयी। सन् 1906 में कोयला खान उद्योग की शुरुआत की गयी।
💠 सन् 1907 में जमशेद जी टाटा ने बिहार (झारखंड) के साकची नामक स्थान पर टाटा आयरन एण्ड स्टील कंपनी (टिस्को) की स्थापना की गयी। यही जगह आज जमशेदपुर के नाम से जाना जाता है। यहाँ स्टील का उत्पादन होने लगा।
मजदूरों का माँग
(i) काम के घंटे में कमी।
(ii) साप्ताहिक अवकाश
(iii) घायल श्रमिको को मुआवजा।
(iv) वेतन को बढ़ाना।
👉 सन् 1920 ई० में मजदूरों के लिए ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (AITUC) नामक संगठन बनाया गया। जो मजदूरो के हितों की रक्षा करता था।
💠 न्युनतम मजदूरी कानून श्रमिको के हित में बनाया गया, इसके द्वारा मजदुरी को वेतन तय किया गया।
👉 औद्योगिक निति श्रमिको के लिए बनाया गया, जिसके द्वारा उद्योग को बढ़ाया गया।
JOIN NOW
दोस्तों उम्मीद करता हूं कि ऊपर दिए गए कक्षा 8वीं के इतिहास के पाठ 05 शिल्प एवं उद्योग (shilp udyog class 8th history) का नोट्स और उसका प्रश्न को पढ़कर आपको कैसा लगा, कॉमेंट करके जरूर बताएं। धन्यवाद !