आज के इस पोस्ट में हमलोग कक्षा 9वीं भूगोल का पाठ ‘अपवाह स्वरूप’ का नोट्स को देखने वाले है। Apwah Swarup
अपवाह स्वरूप |
👉 अपवाह का अर्थ जल का बहाव है।
प्रश्न 1. अपवाह द्रोणी (बेसिन) किसे कहते है?
उत्तर– किसी नदी और उसकी सहायक नदियों द्वारा प्रवाहित क्षेत्र को अपवाह द्रोणी कहते हैं। अपवाह द्रोणी में कई छोटी-छोटी धाराएं मिलकर एक मुख्य नदी बनाती हैं।
प्रश्न 2. जलविभाजक किसे कहते है?
उत्तर– जब कोई ऊँचा क्षेत्र (जैसे– पर्वत, उच्चभूमि) दो निकटवर्ती अपवाह द्रोणियों को एक दूसरे से अलग करती है, तब ऐसी उच्चभूमि को जलविभाजक कहते है।
☞ भारत की नदियों को दो भागों में बांटा गया है।
(i) हिमालय की नदियां
(ii) प्रायद्वीपीय नदियां
⪼ विश्व की सबसे बड़ी अपवाह बेसिन आमेजन नदी की है। जो ब्राजील देश में स्थित है। और भारत की सबसे बड़ी अपवाह बेसिन गंगा नदी की है।
➣ हिमालय की प्रमुख नदियां सिंधु, गंगा और ब्रह्मपुत्र है।
सिंधु नदी
(i) इस नदी का उद्गम तिब्बत में स्थित मानसरोवर झील से होता है।
(ii) यह भारत में लद्दाख में प्रवेश करती है और पाकिस्तान के रास्ते से होते हुए अरब सागर में जाकर गिर जाती है।
(iii) इसकी कुल लंबाई 2900 km है। और भारत देश में इस का प्रवाह क्षेत्र लगभग 1100 km है।
(iv) लद्दाख में सिंधु नदी गार्ज का निर्माण करती है, जिसे गिलगिट गार्ज कहते हैं।
(v) सिंधु नदी की पांच मुख्य सहायक नदियां हैं: झेलम, चिनाब, रावी, व्यास और सतलज। और यह पांचों नदियां सिंधु नदी से पाकिस्तान के मिठानकोट के पास मिल जाती है।
सिंधु नदी की सहायक नदियां
(i) झेलम नदी का उद्गम कश्मीर के शेषनाग झील से होता है, और पाकिस्तान में चिनाब नदी से जाकर मिल जाती है।
(ii) चिनाब नदी का उद्गम चंद्र और भागा नाम की दो तालाबों के रूप में हिमाचल प्रदेश के बड़ा लाच्ला दर्रे से होता है। यह नदी पाकिस्तान में सिंधु नदी से जाकर मिल जाती है।
(iii) रावी नदी का उद्गम हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित रोहतांग दर्रे से होता है और अंत में पाकिस्तान में चिनाब नदी से मिल जाती है।
(iv) व्यास नदी का उद्गम रोहतांग दर्रे के निकट हीं व्यास कुंड से होता है। यह नदी कपूरथला के निकट हरिके नामक स्थान पर सतलज नदी से मिल जाती है।
(v) सतलज नदी का उद्गम मानसरोवर के निकट राकस ताल से होता है और यह हिमाचल प्रदेश के शिपकीला दर्रे से होकर भारत में प्रवेश करती है। यह नदी भी पाकिस्तान में चिनाब नदी से मिल जाती है। प्रसिद्ध भाखड़ा नांगल बांध इसी नदी पर बनाया गया है।
गंगा नदी
(i) गंगा नदी का उद्गम उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित गंगोत्री हिमानी के गोमुख से होता है, जिसे यहां भागीरथी के नाम से जाना जाता है।
(ii) उत्तराखंड के देवप्रयाग में इस भागीरथी नदी में अलकनंदा नदी का संगम(मिलन) होता है, तथा अब इसे गंगा के नाम से जाना जाता है।
(iii) गंगा नदी की कुल लंबाई 2525 Km है जो हमारे भारत देश की सबसे लंबी नदी है।
(iv) गंगा नदी हरिद्वार के समीप मैदानी भाग में प्रवेश करती है। यह नदी उत्तराखंड से शुरू होकर उत्तर प्रदेश, बिहार एवं पश्चिम बंगाल राज्य से बहते हुए फरक्का के निकट दो भागों में बंट जाती है।
(v) प्रथम भाग हुगली नदी कहलाती हैं, जो कोलकाता होते हुए बंगाल की खाड़ी में जाकर गिर जाती है।
(vi) दुसरी मुख्य भाग फरक्का से बांग्लादेश में प्रवेश करती है जहां इसे पदमा के नाम से जाना जाता है, और इसमें ब्रह्मपुत्र (जमुना) नदी मिल जाती है, तब इसका नाम मेघना पड़ जाता है।
(vii) अंत में सभी का जल एक साथ मिलकर बंगाल की खाड़ी में गिरने से पूर्व एक विशाल डेल्टा का निर्माण करती है। इस डेल्टा का नाम सुंदरवन डेल्टा है।
(viii) गंगा नदी के किनारे बसने वाले मुख्य शहर हैं: ऋषिकेश, हरिद्वार, कन्नौज, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, पटना, बेगूसराय, मुंगेर तथा भागलपुर।
(ix) गंगा नदी की मुख्य सहायक नदियां हैं: यमुना, गोमती, घाघरा, गंडक, कोसी, सोन है।
यमुना नदी
(i) यमुना गंगा की सबसे लंबी सहायक नदी है जिसकी कुल लंबाई 1375 Km है।
(ii) इसका उद्गम उत्तराखंड के यमुनोत्री के बंदरपूंछ से होता है।
(iii) यमुना नदी उत्तर प्रदेश के प्रयागराज (इलाहाबाद) के निकट गंगा में मिल जाती है।
(iv) इसकी मुख्य सहायक नदियां हैं: चंबल, सिंध, बेतवा, केन इत्यादी।
(v) यमुना नदी के किनारे बसने वाले मुख्य शहर है: दिल्ली, मथुरा, आगरा, प्रयागराज इत्यादी।
गोमती नदी
(i) गोमती नदी का उद्गम उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले से होता है तथा यह गाजीपुर के निकट गंगा में मिल जाती है।
(ii) लखनऊ तथा जौनपुर शहर इसी नदी के किनारे बसे हुए हैं।
घाघरा नदी
(i) घाघरा नदी का उद्गम तिब्बत के पठार में स्थित मापचा चुंगो हिमनद से होता है।
(ii) यह नदी बिहार में छपरा के निकट गंगा में मिल जाती है।
(iii) इस नदी को नेपाल में करनाली के नाम से जाना जाता है तथा उत्तर प्रदेश में सरयु नदी के नाम से भी पुकारा जाता है।
(iv) इसकी मुख्य सहायक नदियां हैं: शारदा, राप्ती, छोटी गंडक इत्यादी।
(v) घाघरा नदी के किनारे बसने वाले मुख्य शहर है: सीतापुर, गोंडा, बाराबंकी, अयोध्या, बलिया इत्यादी।
गंडक नदी
(i) गंडक नदी महान हिमालय से निकलकर नेपाल होते हुए बिहार के पश्चिम चंपारण में प्रवेश करती है और पटना के पूरब में स्थित सोनपुर में गंगा नदी में मिल जाती है।
(ii) बूढ़ी गंडक या सिकराना इस नदी की प्राचीन धारा है जो मुंगेर में गंगा में मिल जाती है।
(iii) गंडक नदी को नारायणी नदी के नाम से भी जाना जाता है।
(iv) इसकी कुल लंबाई लगभग 1310 km है।
कोसी नदी
(i) कोसी नदी का उद्गम तिब्बत में स्थित महान हिमालय के गोसाईथान चोटी से होता है। तथा यह बिहार के सुपौल जिला में प्रवेश करती हुई सहरसा के निकट गंगा नदी में मिल जाती है।
(ii) उदगम स्थल के समीप कोसी की मुख्यधारा को अरुण कहते है।
(iii) कोसी नदी को बिहार का शोक भी कहा जाता है क्योंकि इस नदी में बाढ़ आने से बहुत क्षति होती है।
(iv) इस नदी की कुल लंबाई लगभग 230 km है।
ब्रह्मपुत्र नदी
(i) ब्रह्मपुत्र नदी का उद्गम तिब्बत स्थित मानसरोवर झील से होता है।
(ii) तिब्बत में इस नदी को सांगपो नदी के नाम से जाना जाता है। और बांग्लादेश में जमुना के नाम से जाना जाता है।
(iii) ब्रह्मपुत्र नदी अरुणाचल प्रदेश में नामचा बरवा के निकट U आकार की मोड़ बनाकर भारत देश में प्रवेश करती है, जहां इस नदी को दिहांग के नाम से जाना जाता है।
(iv) इसकी सहायक नदियां हैं: बूढ़ी दिहांग, दिशांग, कपोली लोहित, केनुला, सुवंश्री, कामेंग, धनश्री, मनष, तिस्ता इत्यादी।
(v) इस नदी की कुल लंबाई 2900 km है।
(vi) विश्व की सबसे बड़ी नदी द्वीप माजोली द्वीप है, जो ब्रह्मपुत्र नदी पर बना है।
☞ प्रायद्वीपीय नदियाँ (पश्चिम की ओर बहने वाली नदी)
नर्मदा नदी
(i) नर्मदा नदी का उद्गम मध्यप्रदेश के अमरकंटक के निकट मैकाल की पहाड़ी से होता है।
(ii) इस नदी की कुल लंबाई 1312 km है। यह प्रायद्वीपीय नदियों में भारत की दूसरी सबसे लंबी नदी है।
(iii) यह नदी मध्य प्रदेश तथा गुजरात में बहते हुए अरब सागर में गिर जाता है।
तापी नदी
(i) तापी नदी का उद्गम मध्यप्रदेश के सतपुड़ा की पहाड़ी से होता है।
(ii) यह नदी मध्य प्रदेश, गुजरात तथा महाराष्ट्र में बहते हुए अरब सागर (खम्भात की खाड़ी) में गिर जाता है।
(iii) पश्चिम की ओर बहने वाली अन्य नदियाँ में गुजरात की साबरमती और माही नदी, तथा केरल का पेरियार नदी है।
☞ प्रायद्वीपीय नदियाँ (पूर्व की ओर बहने वाली)
गोदावरी नदी
(i) गोदावरी नदी का उद्गम महाराष्ट्र के नासिक के निकट पश्चिम घाट से होता है।
(ii) इसकी कुल लंबाई 1450 km है।
(iii) इसका फैलाव महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, ओडिशा, आंध्र प्रदेश तथा कर्नाटक में है।
(iv) सबसे बड़ी प्रायद्वीपीय नदी गोदावरी है।
(v) इसकी सहायक नदियाँ वर्धा, मंजीरा, बेनगंगा तथा पेन गंगा है।
(vi) इसे दक्षिण गंगा और वृद्ध गंगा के नाम से जाना जाता है।
महानदी
(i) महानदी छत्तीसगढ़ स्थित रायपुर के निकट से निकलती है।
(ii) यह प्रायद्वीपीय नदियों में भारत की तीसरी सबसे लंबी नदी है।
(iii) इसकी कुल लंबाई 890 km है।
(iv) इसका फैलाव छत्तीसगढ़, झारखंड तथा उड़ीसा में है।
(v) इसकी सहायक नदियां शिवनाथ, हंसदेव, मांद, जोंक और तेल है।
कृष्णा नदी
(i) कृष्णा नदी का उद्गम महाराष्ट्र के महावालेश्वर के निकट से होता है।
(ii) इसकी कुल लंबाई 1290 km है।
(iii) इसका फैलाव महाराष्ट्र, कर्नाटक और आंध्रप्रदेश में है।
(iv) इसकी सहायक नदियां दूधगंगा, पंचगंगा, तुंगभद्रा, कोयना, घाटप्रभा, मालप्रभा, मूसी और भीमा है।
कावेरी नदी
(i) कावेरी नदी का उद्गम ब्रह्मगिरी की पहाड़ी से होती है।
(ii) इसकी कुल लंबाई 760 km है।
(iii) इसका फैलाव तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक में है।
(iv) इसकी सहायक नदियां अमरावती, भवानी, हेमावती, लोगपावनी, अकावली, लक्ष्मण तीर्थ तथा काबिनी है।
(v) शिव-समुद्रम् जलप्रपात भारत का दूसरा सबसे बड़ा जल प्रपात है, जो कावेरी नदी पर है। इस जलप्रपात के बिजलीघर से मैसूर तथा कोलार स्वर्ण-क्षेत्र को विद्युत प्रदान होता है।
(vi) कुंचिकल जलप्रपात भारत का सबसे बड़ा जलप्रपात है, जो कर्नाटक के शिमोगा ज़िले में वराही नदी पर है।
☞ राजगीर में गर्म पानी का झरना तथा ककोलत का ठंढा पानी का झरना स्थित है।
प्रश्न 3. जलाशय (झील) किसे कहते है?
उत्तर– वैसे जल से भरे हुए भाग को चारों ओर से स्थल से घिरे होते है, उसे जलाशय कहते है। जैसे– कश्मीर में डल और वूलर झील, राजस्थान में सांवर झील, बेगूसराय में कांवर झील, दरभंगा में लक्ष्मीसागर झील।
⪼ झील का निर्माण वर्षा के जल से तथा झील के अगल-बगल के हिमानियों के पिघलने से होता है।
निर्माण की दृष्टि से झीलों के प्रकार
(i) धंसान घाटी झील = घाटियों के धस जाने से बड़े-बड़े गड्ढों का निर्माण होता है। और जब इसमें जल जमा हो जाता है, तो यह झील का रूप ले लेता है। जैसे– विक्टोरिया, रुडोल्फ, न्यासा। भारत में तिलैया बांध द्वारा कृत्रिम झील बनाया गया है।
(ii) गोखुर झील = मैदानी क्षेत्रों मे नदी की धारा दाएं बांए प्रवाहित होती है, और विसर्प का निर्माण करती है, ये विसर्प S आकार के होते हैं, जब नदी अपने विसर्प को त्याग कर सीधा रास्ता पकड़ लेती है तब नदी का अपशिष्ट भाग को गोखुर झील कहते है। जैसे – बेगूसराय का कांवर झील
(iii) क्रेटर झील= जब ज्वालामुखी के क्रेटर से लावा आना बंद हो जाता है, तब क्रेटर में वर्षा का जल जमा होकर झील का निर्माण करता है। जैसे– भरा का लोनार झील
➣ पटना स्थित गाँधी सेतु भारत का सबसे लम्बा (7 कि.मी.) सड़क पुल है, जिसका निर्माण गंगा नदी पर 1984 ई० में हुआ था।
☞ पंडित नेहरू (प्रथम प्रधानमंत्री) ने नदी घाटी परियोजना को आधुनिक भारत का मंदिर कहा था।
⪼ भागीरथी नदी पर स्थित टिहरी परियोजना विश्व की पाँचवीं और एशिया की सबसे बड़ी नदी घाटी परियोजना है। भारत की सर्वाधिक प्रदूषित नदियों में साबरमती, माही एवं यमुना प्रमुख हैं।
JOIN NOW
दोस्तों उम्मीद करता हूं कि ऊपर दिए गए कक्षा 9वीं के भूगोल के पाठ 03 अपवाह स्वरूप (Apwah Swarup) का नोट्स और उसका प्रश्न को पढ़कर आपको कैसा लगा, कॉमेंट करके जरूर बताएं। धन्यवाद !