आज के इस पोस्ट में हमलोग कक्षा 8वीं राजनीतिक शास्त्र का पाठ ‘भारतीय संविधान ’ का वस्तुनिष्ठ प्रश्न को देखने वाले है। indian Constitution
भारतीय संविधान
संविधान— देश को चलाने के जिए कुछ मूलभूत नियम की आवश्यकता होती है, और जिसका पालन उस देश में रह रहे नागरिकों को करना पड़ता हैं, इन नियमों के संग्रह को संविधान कहते है।
👉संविधान को प्रेम बिहारी नारायण राजयादा ने लिखा था। और संविधान का जनक डॉ० भीमराव अंबेडकर है।
संविधान को लिखने में 2 वर्ष, 11 माह और 18 दिन लगा। और यह पूरा 26 नवंबर 1948 को हुआ।
26 जनवरी 1950 को भारत का गणराज्य यानी संविधान लागू किया गया।
बुनियादी नियम किसे कहते है?
उत्तर— वैसे नियम जिसका पालन देश के नागरिक तथा सरकार दोनों करते है, उस नियमों को बुनियादी नियम कहते है।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का गठन 1885 ईस्वी को हुआ था। 1920 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत के लोगों द्वारा अपना संविधान खुद बनाने की स्पष्ट मांग रखी। सन् 1928 में मोतीलाल नेहरू और कांग्रेस के आठ अन्य नेताओं ने भारत के संविधान की एक नई रूपरेखा तैयार की।
1931 में कराची में हुए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन में भारतीय संविधान की रूपरेखा से संबंधित प्रस्ताव पेश किया गया।
अंततः दिसम्बर 1946 में संविधान सभा का गठन किया गया। इसके अंतिम अध्यक्ष डॉ. सच्चिदानन्द सिन्हा थे। डॉ. राजेन्द्र प्रसाद संविधान सभा के प्रथम निर्वाचित अध्यक्ष बनाये गये। ये दोनों विभूतियाँ बिहार के निवासी थे।
भारतीय संविधान सभा में प्रारूप समिति (ड्राफिटिंग कमेटी) के अध्यक्ष डॉ. भीमराव अम्बेडकर थे। भारतीय संविधान सभा ने 9 जनवरी 1946 को संविधान बनाने का कार्य शुरू किया। 26 नवम्बर 1949 को सविधान लिखने का कार्य पूरा किया गया। 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू किया गया।
प्रश्न
Q.1 दिए गए उद्देश्यों को पूरा करने के लिए आप नहरवाल इलाके के लिए कौन-से कानून बनाएँगे?
उत्तर— नहरवाल इलाके के लोग शांतिपूर्ण ढंग से रहें इसके लिए कुछ बुनियादी नियम बनाने चाहिए। ये वही नियम होंगे जो कि एक सभ्य समाज का होता है। यानी सभी लोग अपने इलाके की सफाई का ख्याल रखेंगे। कूड़ा उचित जगह पर फेकेंगे। यातायात के नियमों का पालन करेंगे। अनावश्यक और देर रात सडकों पर जमावडा नहीं लगाएँगे। स्त्रियों की इज्जत करेंगे। नहरवाल इलाके की एक पंचायत होगी। आपसी मतभेद होने पर लोग अपने फैसले खुद न लेकर, फैसले का काम पंचायत पर छोड़न्दगे। पंचायत उनकी बातें सुन निष्पक्ष न्याय करेगा
नागरिक समिति यह ध्यान रखेगी कि लोगों को उनकी योग्यता के अनुसार काम मिले और उन्हें उचित मेहनताना भी मिले भारतीय संविधान के अनुसार ही नहरवाल इलाके के कानून बनेंगे।
Q.2 यह तो हो गई कानुन बनाने की बात, अब यह तय कैसे करेंगे किइन कानूनों को कैसे लागू किया जाये ?
उत्तर— कानून को लागू करने का काम विधायिका का है। तुहरवाल इलाके में कानूनों को लागू करने का काम, इलाके के लोगों द्वारा गठित पंचायत व ‘नागरिक समिति को करना होगा। इनके निर्वाचित सदस्यों पर कानून लागू कस्ले को जिम्मेवारी होगी।
Q.3 सरला बहन ने मुन्नी को काम पर क्यों नहीं जाने दिया?
उत्तर— मुन्नी बच्ची है और बच्चों से मजदरी करवाना काननी जम है। फिर, पढ़ना बच्चों का मूलभूत अधिकार है, जो उसे संविधान द्वारा प्रदत्त है। इसीलिए सरला बहन ने मुन्नी को काम पर नहीं जाने दिया।
Q.4 आपके विचार में छोटी उम्र में बच्चों को काम पर क्यों नहीं लगान चाहिए?
उत्तर— पढ़ना छोटी उम्र के बच्चों का मूलभूत अधिकार है। फिर, छोटी उम्र में बच्चों से काम करवाने पर उनके मन में हीन भावना घर कर सकती है। इससे उनका व्यक्तित्व- विकास बाधक होगा। इसलिए छोटी उम्र में बच्चों को काम पर नहीं लगाना चाहिए।
Q.5 संविधान किसे कहते हैं?
उत्तर— किसी देश को चलाने के लिए जिन मूलभूत नियमों एवं कानूनों की जरूरत होती है, उसे ही हम संविधान कहते हैं।
Q.6 बुनियादी नियम क्या होते हैं?
उत्तर— शिक्षा का अधिकार, नागरिकों के स्वास्थ्य, स्वतंत्रता, समानता, अधिकार व कर्तव्य से जुड़े नियमों को बुनियादी नियम कहते हैं।
Q.7 किसी भी स्वास्थ्य केन्द्र से पता लगाइए कि सरकार द्वारा लोगों को कौन-कौन-सी बुनियादी सुविधाएँ दी जाती हैं।
उत्तर— स्वास्थ्य केन्द्र लोगों को चिकित्सा व चिकित्सकीय बरामर्श व जाँच, टीकाकरण व दवा वितरण आदि की बुनियादी सुविधाएँ देता है। f
Q.8 अपने विद्यालय में दी जाने वाली सरकारी सुविधाओं की एक सूची बनाएँ।
उत्तर—
(i) मुफ्त पुस्तक
(ii) मुफ्त वर्दी (ड्रेस)
(iii) दोपहर में मुफ्त का भोजन
(iv) छात्रवृत्ति
Q.9 किस चीज की खेती के लिए किसानों को मजबूर किया जा रहा था?
उत्तर— बिहार के पश्चिम चंपारण में अंग्रेजों द्वारा भारतीय किसानों को नील की खेती के लिए मजबूर किया जाता था।
Q.10 अगर हमारा देश आजाद रहता तो क्या इस तरह लोगों को उनकी इच्छाओं के विरुद्ध मजबूर किया जाता?
उत्तर— नहीं, यदि हमारा देश आजाद रहता तो हम भारतीयों को हमारी इच्छाओं के विरुद्ध किसी काम के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता था।
Q.11 यदि उस समय भारत आजाद होता और उसका अपना संविधान होता, तो क्या इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकता था ?
उत्तर— बिल्कल रोका जा सकता था। यदि उस समय भारत भाजाद होता और उसका अपना संविधान होता तो लोग अदालत की शरण में जाकर अपने मूलभूत अधिकारों की रक्षा कर लेते और ऐसी घटनाएँ नहीं होती।
Q.12 भारत के संविधान को बनाने के लिए कांग्रेस ने सबसे स्पष्ट मांग कब पेश की?
उत्तर— 1920 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत के लोगों द्वारा अपना संविधान खुद बनाने की स्पष्ट मांग रखी थी।
Q.13 भारत के लोगों ने शुरुआती दौर में क्या-क्या माँगें रखीं ?
उत्तर— भारत के लोगों ने शुरुआती दौर में इन मांगों को रखा थासार्वभौमिक वयस्क मताधिकार, स्वतंत्रता और समानता का अधिकार, संसदीय एवं उत्तरदायी सरकार एवं अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा ।
Q.14 किसी भी देश के संविधान में आम तौर पर किस तरह के मूल्यों को शामिल किया जाता है?
उत्तर— किसी भी देश के संविधान में आम तौर पर बुनियादी मूल्यों को। शामिल किया जाता है।
Q.15 भारत के संविधान के बुनियादी मूल्य कौन-कौन से हैं?
उत्तर— भारत के संविधान के बुनियादी मूल्य अग्रलिखित हैं- लोकतंत्र, स्वतंत्रता, समानता, न्याय एवं धर्मनिरपेक्षता।
अभ्यास के प्रश्न
1. एक नागरिक के रूप में देश के लोगों के लिए संविधान महत्त्वपूर्ण क्यों है?
उत्तर— एक नागरिक के रूप में देश के लोगों के लिए संविधान बहुत महत्त्वपूर्ण है। संविधान देश के लोगों के हितों की रक्षा को सुनिश्चित करता है। लोगों के बुनियादी मूल्यों व अधिकारों की रक्षा संविधान द्वारा ही संभव है।
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता के लिए देश का संविधान व्यक्ति की हर संभव सहायता करता है।
2. स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान भारत के लोगों ने अपना अंविधान बनाने की मांग क्यों रखी होगी?
उत्तर— भारत के लोग अंग्रेजी सरकार के बर्बर और क्रूर शासन से त्रस्त थे। लोगों को न आर्थिक आजादी थी न सामाजिक और न ही राजनैतिक आजादी हासिल थी। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता भी नहीं थी। दमनपूर्ण शासन से त्रस्त भारत के लोगों को लगने लगा कि जब तक अपना संविधान देश में “लागू नहीं होगा, तब तक लोगों को बेहतर शासन प्राप्त नहीं होगा। अतः स्वतंत्रता, आंदोलन के दौरान भारत के लोगों ने अपना संविधान बनाने की मांग रखी।
3. भारत के संविधान में दिए गए मूल्यों में से आपको कौन से मूल्य, सबसे महत्त्वपूर्ण लगते हैं और क्यों?
उत्तर— भारत के संविधान में दिए गए मूल्यों में से मुझे बुनियादी मूिल्य सबसे महत्त्वपूर्ण लगते हैं। इन मूल्यों में प्रमुख हैं- लोकतंत्र, स्वतंत्रता, समानता, न्याय और धर्मनिरपेक्षता । इन मूल्यों का महत्त्व इस तथ्य से पता चलता है कि इन्हें सबसे पहले संविधान के उद्देश्यों में शामिल किया गया था एवं इन्हें संविधान की उद्देशिका में लिखा गया।
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दोस्तों उम्मीद करता हूं कि ऊपर दिए गए कक्षा 8वीं के राजनीतिक शास्त्र के पाठ 01 भारतीय संविधान (Indian Constitution) का नोट्स और उसका प्रश्न को पढ़कर आपको कैसा लगा, कॉमेंट करके जरूर बताएं। धन्यवाद !
Good Notes sir