आज के इस पोस्ट में हमलोग कक्षा 9वीं भूगोल का पाठ ‘जलवायु’ का नोट्स को देखने वाले है। Jalvayu
जलवायु (Climate) |
प्रश्न 1. मौसम किसे कहते है?
उत्तर– किसी स्थान पर तापमान, आर्द्रता, वर्षा, पवन वेग में प्रतिदिन का परिवर्तन उस स्थान का मौसम कहलाता है।
👉 मौसम का घटक
(i) तापमान
(ii) आर्द्रता
(iii) वर्षा
(iv) पवन वेग
प्रश्न 2. आर्द्रता किसे कहते है?
उत्तर– वातावरण में वाष्प एवं नमी की मात्रा को आर्द्रता कहते है।
प्रश्न 3. जलवायु किसे कहते है?
उत्तर– किसी इलाके में लंबे समय तक रहने वाले मौसम को जलवायु कहते है।
☞ मौसम दिन-प्रतिदिन बदलता रहता है, जबकि जलवायु लंबे समय के बाद बदलता है।
⪼ भारत में उष्ण कटिबंधीय मॉनसूनी जलवायु पायी जाती है। मॉनसून शब्द की उत्पति अरब भाषा के “मौसिम” शब्द से हुई है। जिसका अर्थ मौसम या ऋतु होता है।
प्रश्न 4. मॉनसून किसे कहते है?
उत्तर– एक वर्ष के दौरान वायु की दिशा में जो परिवर्तन होता है, उसे मॉनसून कहते है।
जलवायु को प्रभावित करने वाले कारक
L – Latitude (अक्षांश)
A – Altitude (ऊँचाई)
N – Nearness From Sea (समुद्र से निकटता)
D – Direction of wind (पवन की दिशा)
F – Forest (वन)
O – Ocean Current (सामुद्रिक जलधारा)
R – Rainfall (वर्षा)
M – Mountain (पहाड़/पर्वत)
S – Soil (मिट्टी)
भारतीय जलवायु को प्रभावित करने वाले कारक
(i) अक्षांश – कर्क रेखा भारत के बीच से गुजरती है। कर्क रेखा के उत्तर की जलवायु उपोष्ण (शीतोष्ण) तथा दक्षिण की जलवायु उष्ण (गर्म) कटिबंधीय होती है।
(ii) ऊँचाई – ऊँचाई बढ़ने के साथ-साथ तापमान घटता जाता है। भारत के उत्तर में हिमालय श्रेणी होने के कारण उत्तर की जलवायु ठंडी होती है।
(iii) वायुदाब एवं पवन – गतिशील वायु को पवन कहते है। वायु गर्म होकर हल्का हो जाता है, और ऊपर उड़ने लगता है। वायु हमेशा उच्च दाब से निम्न दाब की ओर जाती है।
☞ फेरल का नियम के अनुसार पृथ्वी की गति के कारण जब हवाएं विषुवत रेखा को पार करती है, तो उत्तरी गोलार्द्ध में दाहिनी ओर तथा दक्षिणी गोलार्द्ध में बायीं ओर मुड़ जाती हैं।
प्रश्न 5. जेट स्ट्रीम (जेट धारा) किसे कहते है?
उत्तर– जेट धारा एक प्रकार की वायु धारा है, जो वायुमंडल में ऊपर बनती है।
(iv) जल एवं स्थल का वितरण – जल की अपेक्षा स्थल(भूमि) जल्दी से गर्म और जल्दी से ठंडा होते है। जबकि जल देर से गर्म और देर से ठंडा होते है।
प्रश्न 6. एल निनो किसे कहते है?
उत्तर– एल निनो एक गर्म जलधारा है, जो दक्षिण अमेरिका के पेरू एवं इक्वेडोर देशों के प्रशांत तटीय भाग में तीन से सात वर्ष के अंतराल पर उत्पन्न होती है।
प्रश्न 7. ला निना किसे कहते है?
उत्तर– ला निना एक ठंडी जलधारा है, जो दक्षिण अमेरिका के पेरू के प्रशांत तटीय भाग में तीन से सात वर्ष के अंतराल पर उत्पन्न होती है। इन दोनों का उच्च दाब बढ़ने या घटने से मॉनसूनी हवाएं भारत न जाकर इधर मुड़ जाती है।
भारतीय मॉनसून
➣ गर्मी के दिनों में सूर्य का प्रकाश कर्क रेखा से सामने पड़ता है। तो वहां की हवाएं गर्म होकर ऊपर उठने लगती है। तब समुद्र की ओर से प्रबल हवाएं आती है। ये हवाएं अपने साथ जलवाष्प लेकर आती है।
प्रश्न 8. मानसूनी हवाएं किसे कहते है?
उत्तर– वर्षा ऋतु में भारत में हवाएं समुद्र से स्थल की ओर चलने लगती हैं, जिन्हें हम मानसूनी हवाएं कहते हैं।
⪼ मानसूनी हवाएं सबसे पहले केरल के मालाबार तट से टकराती है, और 15 जुलाई तक पूरे भारत में फैल जाती है।
☞ मानसूनी हवाओं को दो भागों में बांटा जाता है
(i) दक्षिणी – पश्चिमी मानसून
(ii) उत्तरी – पूर्वी मानसून
➣ दक्षिणी पश्चिमी मानसून अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से उत्तर की ओर बढ़ता है। और ये मानसूनी पवने जून से सितम्बर महीने में बहती है। भारत में दक्षिण पश्चिम मॉनसून का आगमन 1 जून से होता है।
⪼ उत्तरी–पूर्वी मानसून उत्तर–पूर्व से समुद्र की ओर बढ़ता है। और ये पवनें अक्टूबर से नवम्बर महीने में चलती है। तथा ये पवने तमिलनाडु में वर्षा करती है।
वर्षा के प्रकार
(i) ग्रीष्मकालीन वर्षा किसे कहते है?
उत्तर– गर्मियों के दिनों में होने वाली वर्षा को ग्रीष्मकालीन वर्षा कहते है। और भारत में ग्रीष्मकालीन वर्षा दक्षिण पश्चिम मॉनसून हवा से होती है।
(ii) शीतकालीन वर्षा किसे कहते है?
उत्तर– ठंडी के दिनों में होने वाली वर्षा को शीतकालीन वर्षा कहते है। भारत में शीतकालीन वर्षा के सीमित क्षेत्र है। लौटती मॉनसून तथा उत्तरी पूर्वी मॉनसून से तमिलनाडु तथा केरल में वर्षा होती है।
☞ भारत में ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन दोनों वर्षा होती है।
ऋतु
प्रश्न 9. ऋतु किसे कहते है?
उत्तर– एक निश्चित समय पर क्रमिक रूप से होने वाले परिवर्तन को ऋतु कहते हैं।
⪼ भारत में कुल छः ऋतुएँ वसंत, ग्रीष्म, वर्षा, शरद, हेमंत एवं शिशिर (शीत) पायी जाती हैं। लेकिन प्रमुख ऋतु चार होते है।
(i) शीत ऋतु – मध्य नवम्बर से मध्य मार्च तक।
(ii) ग्रीष्म ऋतु – मध्य मार्च से मध्य जून तक।
(iii) वर्षा ऋतु – मध्य जून से मध्य सितम्बर तक।
(iv) लौटती मॉनसून ऋतु – मध्य सितम्बर से मध्य नवम्बर तक
शीत ऋतु – शीत ऋतु में सूर्य दक्षिणी गोलार्द्ध में स्थित होता है, इसलिए उत्तरी गोलार्द्ध ठंढा रहता है।
ग्रीष्म ऋतु – जून तक सूर्य कर्क रेखा के ऊपर लम्बवत (सीधा) हो जाती है, जिससे भारत में प्रचंड गर्मी पड़ने लगती हैं।
लू ⇒ उत्तर भारत में चलने वाली पछुआ हवा अत्यंत गर्म एवं शुष्क होती है, जिसे लू कहते हैं। इस समय बिहार तथा पश्चिम बंगाल के आस-पास धूल भरी आँधी चलती है। पश्चिम बंगाल में इसे नॉरवेस्टर या काल वैशाखी कहा जाता है।
प्रश्न 10. आम का बौछार (आम्र वर्षा) किसे कहते है?
उत्तर– केरल, कर्नाटक में आने वाले तूफानी बारिश को आम का बौछार कहा जाता है, यह आम की फसल को पकाने में सहायता करते हैं।
वर्षा ऋतु
⪼ आधे जून से मौसम में अचानक बदलाव आने लगता है। तेजी से हवा दक्षिण पश्चिम से आने लगती है। और जुलाई के प्रथम सप्ताह तक मॉनसून भारत में जगह-जगह मूसलाधार वर्षा शुरू कर देती है। वर्षा पर किसान भी निर्भर रहते है।
☞ भारत में सर्वाधिक वर्षा मेघालय के मासिनराम में होती है, जबकि सबसे कम वर्षा लेह में होती है।
प्रश्न 11. मॉनसून का फटना किसे कहते है?
उत्तर– वर्षा ऋतु में आकाश बादलों से आच्छादित (छिप) हो जाता है तथा गर्जन-तर्जन के साथ भारी वर्षा होने लगती है। इसे ही मॉनसून का फटना (विस्फोट) कहा जाता है।
प्रश्न 12. मॉनसून का लौटना किसे कहते है?
उत्तर– नवम्बर के मध्य तक मॉनसून पूरे भारत से लौट जाता है, जिसे मॉनसून का लौटना (निवर्तन) कहा जाता है। जब दक्षिणी गोलार्द्ध में सूर्य चमकने लगता है, तब भारत की मॉनसूनी हवाएं लौटने लगती है।
प्रश्न 13. वृष्टि छाया क्षेत्र किसे कहते है?
उत्तर– वह क्षेत्र होता है, जहां बारिश बहुत कम होती है। बादल हमेशा पहाड़ों से टकराते है, जिसके कारण एक तरफ वर्षा होती है और दूसरी तरफ वर्षा नहीं होती है।
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दोस्तों उम्मीद करता हूं कि ऊपर दिए गए कक्षा 9वीं के भूगोल के पाठ 04 जलवायु (Jalvayu) का नोट्स और उसका प्रश्न को पढ़कर आपको कैसा लगा, कॉमेंट करके जरूर बताएं। धन्यवाद !