आज के इस पोस्ट में हमलोग कक्षा 9वीं जीव विज्ञान का पाठ ‘कोशिका’ का नोट्स को देखने वाले है। Koshika
कोशिका (Koshika) |
प्रश्न 1. जीव विज्ञान किसे कहते है?
उत्तर– जीवविज्ञान, विज्ञान की वह शाखा है, जिसमें हमलोग जीव-जंतु तथा पेड़-पौधों के बारे में अध्ययन करते है।
👉 जीवविज्ञान का पिता अरस्तू को कहा जाता है।
>> जीवविज्ञान को दो भागों में बांटा गया है-
(i) Zoology (जंतु विज्ञान) = Zoology में हमलोग जीव-जंतु के बारे में अध्ययन करते है। Zoology का पिता अरस्तू को कहा जाता है।
(ii) Botany (वनस्पति विज्ञान) = Botany में हमलोग पेड़-पौधे के बारे में अध्ययन करते है। Botany का पिता थियोफ्रेस्टस को कहा जाता है।
कोशिका (Cell)
(i) सजीवों का सबसे छोटी इकाई कोशिका है। सजीवों का रचनात्मक एवं क्रियात्मक इकाई को कोशिका कहते है।
(ii) कोशिका की खोज सबसे पहले रॉबर्ट हुक ने 1665 ईस्वी में की। लेकिन यह कोशिका मृत (मरी) थी।
(iii) जीवित कोशिका का खोज ल्यूवेन हॉक ने 1674 ईस्वी में किया। और रॉबर्ट ब्राउन ने 1831 ईस्वी में कोशिका के केंद्रक (nucleus) का खोज किया।
(iv) पुरकींजे ने 1839 ईस्वी में जीवद्रव्य (प्रोटोप्लाज्म) का खोज किया।
(v) स्लाइडेन और श्वान ने कहा कि सभी सजीवों का शरीर कोशिका का बना होता है। और 1855 ईस्वी में विरचो ने बताया कि नई कोशिका का निर्माण पुराने कोशिका से होता है।
(vi) स्ट्रासबर्गर ने 1884 ईस्वी में बताया कि केन्द्रक पैतृक लक्षणों की वंशागति में भाग लेता है।
(vii) एम नॉल और ई रस्का ने 1931 ईस्वी में इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप का अविष्कार किया।
(viii) कोशिका का आकार कम से कम 0.1 माइक्रोमीटर होता है। सबसे छोटी कोशिका प्लूरोन्यूमोनिया तथा सबसे बड़ा कोशिका शुतुरमुर्ग का अंडा है।
(ix) मानव शरीर की सबसे छोटी कोशिका शुक्राणु तथा सबसे बड़ी कोशिका अंडाणु तथा सबसे लंबी कोशिका तंत्रिका कोशिका (न्यूरॉन) है।
(x) कोशिकाओं की संख्या जीवों के शरीर के आकार पर निर्भर करता है। कोशिकाओं के समूह को ऊतक कहते है। कोशिका के अंग को कोशिकांग कहते है।
प्रश्न 2. सूक्ष्मदर्शी किसे कहते है?
उत्तर– कोशिकाओं तथा सूक्ष्मजीवों को देखने के लिए एक विशेष प्रकार के यंत्र का उपयोग किया जाता है, जिसे सूक्ष्मदर्शी कहते हैं।
👉 कोशिकाओं की संख्या के आधार पर सभी सजीवों को दो भागों में बाँटा गया है :-
(i) एक कोशिकीय जीव (Unicellular) किसे कहते है?
उत्तर– ऐसे जीव जिनकी रचना मात्र एक ही कोशिका से हुई है, उसे एककोशिकीय जीव कहते है। जैसे– अमीबा, पैरामीशियम, यीस्ट आदि
(ii) बहुकोशिकीय जीव (Multicellular) किसे कहते है?
उत्तर– ऐसे जीव जिनकी रचना एक से अधिक कोशिकाओं से मिलकर हुई है, उसे बहुकोशिकीय जीव कहते हैं। और इन्हें हम अपनी नंगी आंखों से देख सकते है। जैसे– मनुष्य, पेड़-पौधे, जीव-जन्तु
👉 कोशिका दो प्रकार के होते है। Koshika
(i) पादप कोशिका = वैसे कोशिका जो पेड़ पौधों में पाए जाते है, उसे पादप कोशिका कहते है।
(ii) जंतु कोशिका = वैसे कोशिका जो जीव जंतु में पाए जाते है, उसे जंतु कोशिका कहते है।
पादप कोशिका और जंतु कोशिका में अंतर
कोशिका झिल्ली
(i) सभी कोशिका के बाहर एक पतली झिल्ली होती है, जिसे कोशिका झिल्ली (प्लाज्मा झिल्ली या प्लाज्मा मेम्ब्रेन) कहते है।
(ii) कोशिका झिल्ली अर्द्धपारगम्य (आवश्यक वस्तु को आने- जाने) होती है। इसे चयनात्मक पारगम्य झिल्ली भी कहते है।
(iii) कोशिका झिल्ली, कोशिका को सुरक्षा तथा निश्चित आकार प्रदान करता है।
(iv) कोशिका झिल्ली, लिपिड और प्रोटीन की बनी होती है।
कोशिका भित्ति
(i) पादप कोशिका चारों ओर से एक मोटे आवरण से घिरा होता है, जिसे कोशिका भित्ति कहते है।
(ii) कोशिका भित्ति सेल्यूलोज का बना होता है। और सेल्यूलोज के कारण कोशिका भित्ति कड़ा होता है।
(iii) कोशिका भित्ति, अर्द्धपारगम्य नहीं होता है। कोशिका भित्ति, कोशिका को सुरक्षा तथा निश्चित आकार प्रदान करता है।
(iv) कोशिका भित्ति, कोशिका को सूखने से भी बचाता है। पादप कोशिका में कोशिका भित्ति और कोशिका झिल्ली दोनों पाया जाता है।
कोशिकाद्रव्य
(i) कोशिका झिल्ली एवं केंद्रक के बीच पाए जाने वाले द्रव्य को कोशिकाद्रव्य (साइटोप्लाज्म) कहते है।
(ii) कोशिकाद्रव्य गाढ़ा और चिपचिपा होता है। Koshika
लाइसोसोम
(i) लाइसोसोम कोशिका का ही एक अंग है। जिसकी खोज सर्वप्रथम 1958 ईस्वी में क्रिश्चियन डि डवे ने की। इसका आकार थैली के जैसा होता है।
(ii) लाइसोसोम में एंजाइम होता है, जो अपशिष्ट पदार्थ को पचाने में मदद करता है। लेकिन कभी कबार लाइसोसोम फट जाता है और कोशिका मर जाती है। इसलिए लाइसोसोम को आत्महत्या की थैली कहते है।
माइटोकॉन्ड्रिया
(i) माइटोकॉन्ड्रिया, कोशिका द्रव्य में पाया जाता है। तथा जंतु कोशिका में इसकी संख्या (10,000) अधिक होती है।
(ii) माइटोकॉन्ड्रिया को कोशिका का ऊर्जागृह (Power house of the Cell) कहते है। और यहां ऊर्जा ATP (एडिनोसिन ट्राइफोस्फेट) के रूप में जमा होता है।
गॉल्जीकाय
(i) गॉल्जीकाय (गॉल्जी उपकरण) का खोज सर्वप्रथम कैमिलो गॉल्जी ने 1898 ईस्वी में किया।
(ii) गॉल्जीकाय का मुख्य कार्य कोशिकाओं में ऊर्जा का परिवहन करना है। तथा लाइसोसोम का निर्माण करना है।
अंतः प्रद्रव्यी जालिका
(i) कोशिका द्रव्य में एक जाली की जैसी संरचना होती है, जिसे अंतः प्रद्रव्यी जालिका (एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम या ER) कहते है।
(ii) अंतः प्रद्रव्यी जालिका दो प्रकार की होती है। चिकनी अंतः प्रद्रव्यी जालिका (SER) और खुरदरी अंतः प्रद्रव्यी जालिका (RER) ।
(iii) चिकनी अंतः प्रद्रव्यी जालिका वसा का तथा खुरदरी अंतः प्रद्रव्यी जालिका प्रोटीन का निर्माण करता है।
राइबोसोम
(i) राइबोसोम, अंतः प्रद्रव्यी जालिका के झिल्ली की सतह पर सटा होता है।
(ii) राइबोसोम को प्रोटीन का फैक्ट्री कहा जाता है, क्योंकि इसमें प्रोटीन का संश्लेषण होता है। सबसे छोटी कोशिकांग राइबोसोम है।
लवक (प्लैस्टिक)
(i) लवक, पादप कोशिका में पाए जाने कोशिकांग है। इसका आकार अंडाकार तथा गोलाकार होता है।
(ii) यह कोशिकाद्रव्य में चारों ओर बिखरा होता है। पत्तियों का हरा रंग उनकी कोशिकाओं में स्थित हरे रंग के लवक, क्लोरोप्लास्ट (हरित लवक, क्लोरोफिल, पर्णहरित) के कारण होता है। Koshika
केन्द्रक
(i) कोशिका द्रव्य के बीच में एक गोलाकार संरचना स्थित होती है, जिसे केन्द्रक (न्यूक्लियस) कहते हैं। केन्द्रक को कोशिका का दिमाग कहते है।
(ii) केन्द्रक, कोशिका के सारे कामों का संचालन और नियंत्रण करता है।
(iii) केन्द्रक एक झिल्ली से घिरा होता है, जिसे केन्द्रक झिल्ली (न्यूक्लियर मेम्ब्रेन या केंद्रककला) कहते है। यह फालतू पदार्थों को केन्द्रक में जाने से रोकता है।
(iv) केन्द्रक के अंदर गाढ़ा जेलीनुमा द्रव्य पाया जाता है, जिसे केन्द्रक द्रव्य (न्यूक्लियो प्लाज्म) कहते है।
(v) केन्द्रक के अंदर एक छोटी संरचना दिखाई देती है, जिसे केन्द्रिका (न्यूक्लियोलस) कहते है।
(vi) केन्द्रक के अंदर क्रोमोसोम (गुणसूत्र) पाए जाते है। और क्रोमोसोम के अंदर DNA (डीऑक्सीराइबो न्यूक्लिक एसिड) और RNA (राइबो न्यूक्लिक एसिड) होता है। DNA और RNA के अंदर जीन पाया जाता है।
(vii) DNA और जीन के द्वारा एक पीढ़ी का गुण दूसरे पीढ़ी में जाता है।
गुणसूत्र (क्रोमोसोम)
(i) इसका आकार बेलनाकार होता है।
(ii) क्रोमोसोम के तीन भाग होते है। पेलिकल, मैट्रिक्स तथा क्रोमैटिड्स।
(iii) क्रोमोसोम के सबसे बाहरी आवरण को पेलिकल कहते है।
(iv) मानव के शरीर में 46 (23 जोड़ा) क्रोमोसोम पाया जाता है। 22 जोड़ा लड़का और लड़की में समान होता है, लेकिन एक जोड़ा अलग होता है।
👉 केन्द्रक के आधार पर कोशिका दो प्रकार की होती हैं।
(i) यूकैरियोटिक कोशिका किसे कहते है?
उत्तर– वैसे कोशिका जिनमें केन्द्रक पाया जाता है, उसे यूकैरियोटिक कोशिका कहते हैं। जैसे– प्याज की झिल्ली, मनुष्य
(ii) प्रोकैरियोटिक कोशिका किसे कहते है?
उत्तर– वैसे कोशिका जिनमें केन्द्रक नहीं पाया जाता है, उसे प्रोकैरियोटिक कोशिका कहते हैं। जैसे– जीवाणु, नीले-हरे शैवाल
प्रोकैरियोटिक कोशिका और यूकैरियोटिक कोशिका में अंतर
JOIN NOW
दोस्तों उम्मीद करता हूं कि ऊपर दिए गए कक्षा 9वीं के जीव विज्ञान के पाठ 01 कोशिका (Koshika) का नोट्स और उसका प्रश्न को पढ़कर आपको कैसा लगा, कॉमेंट करके जरूर बताएं। धन्यवाद ! Koshika