आज के इस पोस्ट में हमलोग कक्षा 7वीं हमारी दुनिया का पाठ ‘मौसम और जलवायु’ का वस्तुनिष्ठ प्रश्न को देखने वाले है। Mausam aur Jalvayu
मौसम और जलवायु |
प्रश्न 1. मौसम किसे कहते है?
उत्तर– किसी निश्चित स्थान पर निश्चित समय में वायुमंडल की तत्कालीन दशा मौसम कहलाती है।
👉 वायुमंडलीय दशा का अर्थ = आकाश की स्थिति
जलवायु को प्रभावित करने वाले कारकों को अंग्रेजी शब्द LANDFORM से आसानी से समझा जा सकता है।
वायुदाब को मिलीबार प्रतिवर्ग सेंटीमीटर में मापते हैं। वायु की उर्ध्वाधर गति को वायु-धाराएँ कहा जाता है।
प्रश्न 2. पवन किसे कहते है?
उत्तर– उच्च दाब से निम्न दाब की ओर होनेवाली वायु की गति को पवन कहते हैं।
प्रश्न 3. वायुदाब किसे कहते है?
उत्तर– पृथ्वी की सतह पर पड़ने वाले वायु का भार वायुदाब कहलाता है। ऊँचाई की ओर जाने पर वायुदाब घटता है वही समुद्रतल पर वायुदाब सर्वाधिक होता है।
प्रश्न 4. लू किसे कहते है?
उत्तर– गर्मी के दिनों में बिहार में चलनें वाली गर्म हवा को ‘लू‘ कहते है।
विश्व की मुख्य स्थानीय पवनें-
लू– विशाल मैदान (भारत)
चिनूक– दक्षिण कनाडा
विलिविली– पूर्वी आस्ट्रेलिया
टारनेडो एवं हरिकेन– अटलांटिक महासागरीय क्षेत्र
टाइफून– पूर्वी प्रशांत महासागरीय क्षेत्र
कालवैशाखी– बंगाल की खाड़ी (भारत)
जब वायु चलता है तो हम इसे महसूस करते हैं। गतिशील क्षैतिज वायु को पवन कहते हैं।
इन हवाओं की गति कभी-कभी 100 किलोमीटर प्रति घंटा से अधिक होती है।चक्रवातों को विभिन्न देशों में विभिन्न नामों से जाना जाता है जैसे- काल वैसाखी, लैला, हरिकेन, कैटरीना, रीटा, टाइफून इत्यादि । भारत में 2010 ई० में काल वैसाखी एवं लैला नाम के दो चक्रवात आए।
प्रश्न 5. प्रतिचक्रवात किसे कहते है?
उत्तर– चक्रवात के विपरीत जब उच्चदाब केन्द्र में और निम्न दाब चारो ओर होता है तो हवाऐं केन्द्र से बाहर की ओर चलती हैं। इसे प्रति चक्रवात कहते हैं। जिसके फलस्वरूप मौसम साफ होता है। परन्तु हवाएँ धीमी गति से चलती हैं
👉 वर्षा संघनन का सामान्य रूप है।
प्रश्न 6. संवाहनिक वर्षा किसे कहते है?
उत्तर– विषुवत रेखीय क्षेत्र में गर्मी अधिक पड़ती है इस कारण गर्म भूतल के संपर्क से गर्म होने वाली हवा हल्की होकर ऊपर उठ जाती है। ऊपर उठती हवा धीरे-धीरे ठंडी होती जाती है। फलतः संघनन की किया शुरू हो जाती है और शीघ्र ही वर्षा होने लगती है यह वर्षा दोपहर बाद विषुवत रेखीय प्रदेशों में प्रायः होती है।
प्रश्न 7. पर्वतीय वर्षा किसे कहते है?
उत्तर– जब उष्ण तथा आर्द्र पवनों के मार्ग में कोई पर्वत या ऊँची पहाड़ी अवरोध के रूप में आ जाती है तो ये पवनें उसके ढाल के सहारे ऊपर उठने को मजबूर हो जाती हैं। ऊँचाई के कारण हवाएँ ठंडी होने लगती हैं जिससे संघनन की प्रक्रिया आरंभ होती है और यह जलवाष्प संघनित होकर वर्षा के रूप में गिरने लगता है। इसे पर्वतीय कृत या पर्वतीय वर्षा कहते हैं।
प्रश्न 8. चक्रवातीय वर्षा किसे कहते है?
उत्तर– निम्न दाब के क्षेत्र को भरने के लिए विभिन्न दिशाओं से अनेक पवन आती हैं। खाली जगहों को भरने के लिए इनमें होड़ हो जाती है और इसके कारण ये ऊपर उठने को मजबूर हो जाती है। ऊपर उठने के कारण इनका तापमान कम हो जाता है, जिससे इनमें मौजूद आर्द्रता संघनित होकर वर्षा के रूप में पृथ्वी पर बरसती है। यह वर्षा उष्णकटिबंध में होती है।
सही विकल्प चुनें –
1. वर्ष भर एक ही दिशा में बहने वाली पवन है-
(क) स्थानीय पवन
(ख) स्थायी पवन
(ग) सामयिक पवन
(घ) मौसमी पवन
2. जलवाष्प का जलरूप में बदलने की क्रिया कहलाती है-
(क) वर्षण
(ख) संघनन
(ग) चक्रवात
(घ) मौसम
3. कैटरीना क्या है-
(क) एक चक्रवात
(ख) एक ठंडी पवन
(ग) एक स्थानीय पवन
(घ) एक प्रति चक्रवात
॥. खाली जगहों को भरिए-
1. चक्रवात के केन्द्र में उच्च वायु दाब होता है।
2. लू एक स्थानीय हवा है।
3. ऊँचाई के कारण हवाएँ ठंडी होकर संघनन करती हैं।
4. विषुवत रेखीय क्षेत्रों में संवहनीय वर्षा होती है।
III. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
प्रश्न 1. मौसम के अंतर्गत किन-किन तत्वों का अवलोकन किया जाता है?
उत्तर— मौसम के अन्तर्गत निम्नलिखित तत्वों का अवलोकन किया जाता है
(i) तामपान (ii) वर्षा (iii) आर्द्रता (iv) वायु का वेग ।
प्रश्न 2.जलवायु किसे कहते हैं? तथा जलवायु को प्रभावित करने वाले कौन से प्रमुख कारक हैं?
उत्तर— किसी स्थान में लम्बे समय तक रहने वाली मौसम की औसत दशा को जलवायु कहा जाता है।
जलवायु को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक निम्नलिखित है।
(i) अक्षांशीय स्थिति
(ii) समुद्रतट से दूरी
(iii) पर्वतों की दिशा व अवरोध
(iv) समुद्री धाराओं की दिशा
(v) पवन की दिशा
(vi) समुद्र तल से ऊँचाई
(vii) तापमान
प्रश्न 3. पृथ्वी पर विभिन्न स्थानों का तापमान अलग-अलग क्यों होता है?
उत्तर— किसी भी स्थान का तापमान का आधार वहाँ प्राप्त होने वाली सूर्य की किरणें से होती हैं। जहाँ सूर्य की किरणें सीधी पड़ती हैं वहाँ का तापमान अधिक होता है। जहाँ सूर्य की किरणें तिरछी पड़ती हैं, वहाँ का तापमान कम होता है।
प्रश्न 4. तापमान का प्रभाव मौसम पर पड़ता है, उचित उदाहरण सहित पुष्टि कीजिए।
उत्तर— मौसम को प्रभावित करने वाले अनेक कारक होते हैं। लेकिन उन सभी कारकों में प्रमुख कारक तापमान है। तापमान का बढ़ना और घटना सूर्य ऊर्जा पर निर्भर करता है। और सौर ऊर्जा जिन स्थानों पर अधिक होती है, वहाँ का वातावरण गर्म हो जाता है। और जहाँ पर सौर ऊर्जा कम होती है, वहाँ का वातावरण ठंडा हो जाता है।
प्रश्न 5. पृथ्वी पर कितने ताप कटिबंध हैं? इसका क्या महत्त्व है।
उत्तर— पृथ्वी पर कुल पाँच ताप कटिबंध हैं।
(i) उष्ण कटिबन्ध— कर्क रेखा और मकर रेखा के बीच का क्षेत्र।
(ii) उत्तरी शीतोष्ण कटिबन्ध— कर्क रेखा और उत्तरी ध्रुवीय वृत्त के बीच का क्षेत्र।
(iii) दक्षिणी शीतोष्ण कटिबन्ध— मकर रेखा और दक्षिणी ध्रुवीय वृत्त के बीच का क्षेत्र।
(iii) उत्तरी शीत कटिबन्ध— उत्तरी ध्रुवीय वृत्त के उत्तर का क्षेत्र जिसके केन्द्र में उत्तरी ध्रुव है।
(iv) दक्षिणी शीत कटिबन्ध— दक्षिणी ध्रुवीय वृत्त के दक्षिण का क्षेत्र जिसके केन्द्र में दक्षिणी ध्रुव है।
इन कटिबंधों का महत्व है कि विषुवत रेखा के उत्तर-दक्षिण उष्ण कटिबंध के पास तापमान अधिक रहता है। समशीतोष्ण कटिबंधों के आसपास तापमान सामान्य रहता है। उत्तर-दक्षिण शीत कटिबंधों के पास बर्फ जमी रहती है।
प्रश्न 6. वायु में गति के क्या कारण हैं ?
उत्तर— पृथ्वी पर जहाँ कहीं तापमान अधिक हो जाता है वहाँ की हवा गर्म होकर ऊपर चली जाती है। इससे वहाँ निम्न दाब का क्षेत्र बन जाता है। इस निम्न दाब को भरने के लिए उच्च दाब के क्षेत्र से हवा चल देती है। जिस चाल से हवा चलती है उसे वायु की गति कहते हैं।
प्रश्न 7. पवन के कितने प्रकार हैं? प्रत्येक का नाम सहित वर्णन कीजिए ।
उत्तर— पवन मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं-
(i) स्थायी पवन
(ii) मौसमी पवन
(iii) स्थानीय पवन
(i) स्थायी पवन— ये पवनें जो हमेशा एक निश्चित दिशा में चलती हैं। ये पवनें पृथ्वी की घूर्णन गति के कारण उत्पन्न होती हैं ये अधिक दाब पेटियों से कम दाब वाली पेटियों की ओर चलती हैं। पछुआ, तथा पूर्वी पवनें स्थायी पवनें हैं।
(ii) मौसमी पवन— इन पवनों की दिशा, मौसम अथवा ऋतु के अनुसार बदलती रहती है अर्थात जब पवनों की दिशा विभिन्न ऋतुओं में बदलती रहे तो इन्हें मौसमी पवनें कहते हैं। जैसे-मानसूनी पवनें, चक्रवात, प्रति चक्रवात इत्यादि ।
(iii) स्थानीय पवन— वर्ष के किसी विशेष समय और विशेष भूखंड या स्थानों पर चलने वाली हवाएँ स्थानीय पवन कहलाती हैं जैसे- हमारे यहाँ बिहार, (उत्तर भारत) के मैदानी भाग में मई-जून में चलने वाली गर्म हवा लू, के नाम से जानी जाती है।
प्रश्न 8. स्थलीय समीर एवं समुद्री समीर में क्या अंतर है ? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर— स्थलीय समीर— जब हवा स्थल से समुद्र की ओर चलती है तो इसे स्थलीय समीर कहते हैं। ये सदा रात में चलती है।
समुद्री समीर— जब हवा समुद्र से स्थल की ओर चलती है तो इसे समुद्री समीर कहते हैं। ये सदा दिन में चलती है।
प्रश्न 9. चक्रवात क्या है? इसके प्रभावों का वर्णन कीजिए।
उत्तर— तूफानी हवाओं के अति शक्तिशाली भँवर को चक्रवात कहते है। जब चक्रवात आते है तो समुंद्र के किनारे रहने वाले निवासियों को बहुत अधिक प्रभावित करता है। समुंद्र के किनारे रहने वाले लोगों का घर टूट जाता है। और जहां भी चक्रवात आता है वहां बहुत अधिक बारिश होती है।
प्रश्न 10. अत्यधिक वर्षा से क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं? लिखिए।
उत्तर— अत्यधिक वर्षा आने से बाढ़ की समस्या उत्पन्न हो जाती है। और बाढ़ आने के कारण बहुत से लोगो का घर और गांव बह जाते है। अधिक बारिश होने के कारण सारी फसल नष्ट हो जाती है।
प्रश्न 11. हमें वर्षा जल का संरक्षण क्यों करना चाहिए?
उत्तर— हमें वर्षा जल का संरक्षण इसलिए करना चाहिए क्योंकि धीरे धीरे भूमिगत जल खत्म होते जा रहा है। और हमें सालों भर पानी मिल सके इसलिए भी वर्षा जल का संरक्षण करना चाहिए। इस संरक्षित जल से पीने से लेकर सिंचाई तक के काम हो सकते हैं।
JOIN NOW
दोस्तों उम्मीद करता हूं कि ऊपर दिए गए कक्षा 7वीं के हमारी दुनिया के पाठ 12 मौसम और जलवायु (Mausam aur Jalvayu) का नोट्स और उसका प्रश्न को पढ़कर आपको कैसा लगा, कॉमेंट करके जरूर बताएं। धन्यवाद !