आज के इस पोस्ट में हमलोग कक्षा 6वीं इतिहास का पाठ ‘प्रथम कृषक एवं पशुपालक’ का नोट्स को देखने वाले है। Pratham Krishak Evam Pashupalan
प्रथम कृषक एवं पशुपालक |
👉 खेती की शुरुआत सबसे पहले ईरान और इराक देश की पहाड़ियों में हुआ। बाद में भारत में खेती की शुरुआत पश्चिम-उत्तर भारत में हुई।
⪼ सबसे पहला पालतू जानवर कुत्ता था, और उसके बाद सूअर, भेड़ और बकरी जैसे जानवर को पाला गया।
➣ मेहरगढ़ वर्तमान में पाकिस्तान में स्थित है। यहाँ के घर आयताकार और चौकोर होते थे। यहाँ से मृतकों को दफनाने का भी साक्ष्य मिला है।
👉 चिरांद, बिहार के छपरा जिला में स्थित है। यहाँ से पत्थर और हड्डी, सिंग के औजार, घर गोल होते थे, चूल्हा और बर्तन, गेहूँ, धान और मिट्टी के खिलौने का साक्ष्य मिला है।
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
(क) सबसे पहले किस जानवर को आदमी ने पालतू बनाया ?
(i) कुत्ता
(ii) बंदर
(iii) गाय
(iv) बकरी
(ख) गेहूँ का प्राचीन साक्ष्य कहाँ से प्राप्त हुआ है ?
(i) मेहरगढ़
(ii) चिराँद
(iii) हल्लूर
(iv) पैच्यमपल्ली
(ग) चावल का प्रमाण भारत में कहाँ से मिला है ?
(i) कोल्डिहवा
(ii) मेहरगढ़
(iii) चिराँद
(iv) पैसरा
सुमेलित करें
उत्तर–
(i) चिरांद → बिहार
(ii) मेहरगढ़ → पाकिस्तान
(iii) बुर्जहोम → कश्मीर
(iv) कोल्डिहवा → उत्तर प्रदेश
प्रश्न (i) खेती की शुरुआत कैसे हुई ?
उत्तर– भोजन की तलाश में पहले मानव बहुत क्षेत्रों में घूमते थे । इसी क्रम में उन्हें फूलने, फलने और पकने वाले पौधों का ज्ञान हुआ होगा। जमीन पर गिरे बीजों को आरंभिक मानव ने खाने के लिए बटोरा होगा। फिर उन बीजों को बोया होगा। जानवरों तथा चिड़ियों से इन पौधों की रक्षा की होगी। बीज पकने पर उन्हें काटा गया होगा और पौधों से दानों को अलग किया होगा । ये दाने उनके भोजन के अच्छे स्रोत साबित होने पर बड़े पैमाने पर उनको बोना शुरू किया होगा और इस प्रकार खेती की शुरुआत हुई होगी ।
प्रश्न (ii) मानव जीवन में खेती के बाद क्या परिवर्तन आया ?
उत्तर– खेती की शुरुआत ने मानव-जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन लाया। एक निश्चित जगह पर समूहों में रहने लगा। गाँव का विकास हुआ। सहयोग की भावना का जन्म हुआ। नाते-रिश्तेदारी पर आधारित जन जातीय समुदाय का उदय हुआ। रहने के लिए छप्पड़ वाली झोपड़ियाँ बनने लगीं। कपड़े पहनने लगे।
प्रश्न (iii) नवपापाणकालीन औजारों की विशेषता क्या थी ?
उत्तर– नवपाषाणयुग के औजार थे तो पत्थर के ही थे, लेकिन ये पहले से अधिक उपयोगी थे। इनकी विशेषता थी कि इस युग के औजार आकार में छोटे, हल्के, दृढ़, पहले से अधिक धारदार एवं चमकदार थे ।
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प्रश्न (iv) पशुपालन से मानव को क्या-क्या लाभ हुआ?
उत्तर– पशुपालन से नवपाषाणकालीन मानव को यह लाभ हुआ कि खेत जोतने के लिए बैल और भैंसा मिल गए। दूध, दही, घी के लिए गाय, भैंस और बकरी मिले। गाय और भैंस के नर बच्चे ही बैल और भैंसा बनते थे । बकरी के बच्चे खस्सी होते थे जिनका मांस बहुत स्वादिष्ट होता था और पचने में आसान भी ।
प्रश्न (v) नवपापाणयुगीन जीवन और आरंभिक मानव के जीवन में क्या अंतर था।
उत्तर – नवपाषाणयुगीन मानव का जीवन में स्थायित्व आ गया था, क्योंकि वह खेती करता था और एक स्थान पर घर बनाकर गाँव बसा लिए थे जबकि इसके आरंभिक मानव घुमक्कड़ और शिकार पर जीवन निर्भर करने वाला था । इस प्रकार वह कम सुखी था ।
नवपाषाण युगीन मानव भोजन में अनाज, दाल के अलावा दूध, दही, घी का उपयोग करता था और यदाकदा मांस भी खा लेता था जबकि आरंभिक मानव मात्र कन्द-मूल फल और कच्चा मास पर निर्भर था ।
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दोस्तों उम्मीद करता हूं कि ऊपर दिए गए कक्षा 6वीं के इतिहास के पाठ 04 प्रथम कृषक एवं पशुपालक (Pratham Krishak Evam Pashupalan) का नोट्स और उसका प्रश्न को पढ़कर आपको कैसा लगा, कॉमेंट करके जरूर बताएं। धन्यवाद !