आज के इस पोस्ट में हमलोग कक्षा 7वीं इतिहास का पाठ ‘शक्ति के प्रतिक के रूप में वास्तुकला किला एवं धार्मिक स्थल’ का नोट्स को देखने वाले है। Shakti ka Pratik ke Rup me Vastue Kal kile Evam Dharmik Astal
शक्ति के प्रतिक के रूप में |
👉 प्राचीन काल में राजा अपने इष्ट देव की मंदिरो का निर्माण करवाते थे। मध्यकाल में सबसे ज्यादा किला, इमारत और मंदिरो का निर्माण करवाया गया। बहुत राजा अपने को श्रेष्ठ बनाने के लिए महल और मंदिर का निर्माण करवाते थे।
⪼ लिंगराज मंदिर उडिसा के भुवनेश्वर में स्थित है। महाबोधि मंदिर बिहार के बोधगया में स्थित है, जिसका निर्माण अशोक ने 260 ईस्वी में करवाया।
➢ मंदिर का निर्माण दो शैलियों में किया गया था।
(i) नागर शैली
(ii) द्रविड़ शैली
(i) नागर शैली ⇒ इस शैली की मंदिर नीचे में आयताकार और धीरे-धीरे ऊपर पतला होता जाता था। शीर्ष का शिखर कहते हैं। मंदिर के बीच में प्रधान देवता को मूर्ति होती थी, जिसे गर्भ गृह कहते थे।
⪼ नागर शैली पर पूरी का जगन्नाथ मंदिर और मध्यप्रदेश का खुजरहों मंदिर बना है।
कोर्णाक का सूर्य मंदिर
(i) कोर्णाक का सूर्य मंदिर उड़ीसा राज्य में स्थित है। और यह भगवान सूर्य और उनके रथों को दर्शाता है।
(ii) इस मंदिर को सूर्य देवता के रथों के आकार का बनाया गया है। इस रथ में 12 पहिए है, और 7 घोड़े रथ को खींचते हुए नजर आ रहे है।
Read Also:- Bihar Board Class 7 Social Science History Ch 5 Shakti ka Pratik ke Rup me Vastue Kal kile Evam Dharmik Astal
(ii) द्रविड़ शैली ⇒ द्रविड़ शैली की मंदिर में गर्भ गृह के ऊपर कई मंजिलों का निर्माण किया जाता था। और मंजिलों की संख्या 5 से 7 होती थी। और यह मंदिर स्तंभ (पिलर) पर टिका होता था। मंजिलों को विमान कहा जाता था।
➣ मीनाक्षी मंदिर और सुंदरेश्वर मंदिर मदुरै में स्थित है। वृहदरेश्वर मंदिर तंजौर में स्थित है, यह तीनों मंदिर द्रविड़ शैली पर बना है।
⪼ वृहदरेश्वर मंदिर का निर्माण राजराज चोल प्रथम ने अपने भगवान शिव के लिए करवाया था।
➣ भारत में पहले हिन्दू मंदिर थी, और जब तुर्की भारत में आए तो हिन्दू मंदिर को तोड़कर मस्जिद बना डाला।
👉 भारत में पहली मुस्लिम उपासना स्थल कुत्वत-उल-इस्लाम (इस्लाम की शक्ति) है, जो दिल्ली के कुतुबमीनार में स्थित है।
कुतुबमीनार
(i) कुतुबमीनार की स्थापना कुतुबद्दीन ऐबक ने किया। कुतुबद्दीन ऐबक ने कुतुबद्दीन बख्तियार की याद में कुतुबमीनार को बनवाया था।
(ii) कुतुबमीनार पाँच मंजिला है, और इसकी ऊंचाई 73 मीटर है। पहली मंजिल का निर्माण ऐबक ने करवाया।
(iii) अगली तीन मंजिलों का निर्माण इल्तुतमिश ने 1229 ईस्वी में करवाया था।
(iv) फिरोजशाह तुगलक ने कुतुबमीनार की मरम्मत करवाई और एक मंजिला और बनवाया।
(v) कुतुबमीनार का निर्माण बालुपत्थर और संगमरमर से किया गया है।
➣ मालिक इब्राहिम या मालिक बया का मकबरा बिहार शरीफ में स्थित है। जिसका निर्माण 1353 ई० में हुआ। इनका निर्माण इंटो से हुआ है। इस मकबरा का निर्माण सैयाद दाउद ने किया था।
⪼ मुगल काल में अनेक भव्य महलों, किलो, मस्जिदों, बागों का निर्माण करवाया गया था।
बाग (चार बाग)
(i) बागों का निर्माण बाबर ने करवाया था।
(ii) बाग दीवारों से घिरा होता था, और नहरों के द्वारा चार भागों में बंटा होता था, चार भाग में बटने के कारण इसे चार बाग भी कहा जाता था।
➣ शाहजहां ने दिल्ली में शाहजहाँबाद नामक नगर की स्थापना 1648 ई० में करवाया। और इसी जगह लाल किला का निर्माण करवाया। लाल किला लाल बलुआ पत्थर से बना है।
⪼ औरंगजेब ने लाल किला में मोती मस्जिद एवं अपनी पत्नी की याद में महाराष्ट्र के औरंगाबाद में बीबी का मकबरा का निर्माण करवाया।
➢ शेरशाह का मकबरा का निर्माण शेरशाह सूरी ने करवाया था, यह सासाराम में स्थित है। यह इमारत 1545 ई० में बनकर तैयार हो गया था। यह झील के बीच स्थित है।
JOIN NOW
दोस्तों उम्मीद करता हूं कि ऊपर दिए गए कक्षा 7वीं के इतिहास के पाठ 05 शक्ति के प्रतिक के रूप में वास्तुकला किला एवं धार्मिक स्थल (Shakti ka Pratik ke Rup me Vastue Kal kile Evam Dharmik Astal) का नोट्स और उसका प्रश्न को पढ़कर आपको कैसा लगा, कॉमेंट करके जरूर बताएं। धन्यवाद !